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सुकून

सुकून मेरे आस पास है बस महसूस कराना है इस बात का अहसास बस मुझे अपने आपको याद दिलाना है

Monday, September 21, 2009

मेरा नया अध्याई

Posted by अर्चना at 12:10 PM No comments:
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अर्चना
पहले पहाड़ की थी, पहाड़न थी अब मैदानी इलाके में खबरे खोजती हूं। आप मेरी शक्ल भले न देख पाएं, मेरी आवाज़ से परिचित ज़रुर होंगे, मेरी आवाज़ ही पहचान है मेरी आवाज़ सुनो...
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